सुविचार 365
रविवार, 24 मई 2020
नदी का पानी मिठा होता है और सागर का पानी खारा। नदी देती रहती है इसलिए मीठी है और सागर लेता रहता है इसलिए खारा है। हम भी देते रहेंगे तो मीठे लगेंगे और लेते रहेंगे तो खारे बन जाएंगे।
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