सुविचार 365
सोमवार, 13 जुलाई 2020
किसी की आलोचना करनी हो तो 1 मिनट कीजिए, पर प्रशंसा करनी हो तो 10 मिनट कीजिए। आलोचना अकेले में कजिए, पर प्रशंसा सबके सामने। आलोचना करते समय कंजूस बन जाइए और प्रशंसा करते समय दानवीर।
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