सुविचार 365
गुरुवार, 13 अगस्त 2020
हम विद्यालयों में तो अनुशासन का पालन करते हैं, पर घर में उसे नज़रअंदाज क्यूँ कर देते हैं? बिना अनुशासन का जीवन तो वैसा ही हो जाएगा जैसे बिना डोर की पतंग।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें