सुविचार 365
मंगलवार, 4 अगस्त 2020
बुजुर्गों को हमसे लाखों-करा़ेडों की सम्पत्ति नहीं, केवल दो सुकून भरे पल चाहिए। यदि हम अपने हाथों से अपने गार्जियन्स को मुंह में दो अंगूर भी खिला देते हैं तो उनके लिए वही गुलाब जामुन बन जाएंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें