सुविचार 365
सोमवार, 4 नवंबर 2019
गलतफहमी के शिकार मत बनिए। रिश्ता और शीशा दोनों गलती से ही टूटते हैं। शीशा अगल गलती से टूटता है तो रिश्ता गलतफहमी से।
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